भोपाल. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2020 का बजट पेश कर दिया है। मध्य प्रदेश के वित्तमंत्री तरुण भनोट ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा- केंद्रीय बजट में राज्य सरकारों के साथ विश्वासघात किया गया है। जीएसटी के रूप में हमें केंद्र से 62 हजार करोड़ रुपए मिलने थे, लेकिन नए स्लैब के अनुसार अब 49 हजार करोड़ ही मिलेंगे। प्रदेश को 13 हजार करोड़ के राजस्व का नुकसान हो गया। इसकी भरपाई कैसे होगी। इस बजट से इंडस्ट्री सेक्टर को भी कुछ नहीं मिल रहा है। केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा पेश किया गया बजट विश्वासघाती और निराशाजनक है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा- 'बजट में गांव, गरीब, किसानों, युवा, रोजगार और महिला की सुरक्षा को लेकर कुछ भी नहीं है। आज देश की वित्त मंत्री द्वारा पेश आम बजट का भाषण लंबा जरूर है, लेकिन पूरी तरह से आंकड़ों का मायाजाल होकर, देश के लिए निराशाजनक और हवाई सपने दिखाने वाला है। इसमें गांव-गरीब-किसान-युवा-रोजगार-महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कुछ भी नहीं है। बेरोजगारी दूर करने के लिए और युवाओं को रोजगार देने का कोई जिक्र तक इस बजट में नहीं है।'
मुख्यमंत्री ने कहा- 'किसानों की आय दोगुनी करने के हमेशा की तरह एक बार फिर खोखले सपने इसमें दिखाए गए हैं। इसमें कई पुरानी योजनाओं को सजाकर दोबारा शामिल किया गया है। देश के विकास, प्रगति के रोडमैप का एवं गिरती अर्थव्यवस्था और महंगाई को रोकने की कार्य योजना का पूरी तरह से अभाव इस बजट में नजर आया है। देश का बड़ा हिस्सा ग्रामीण क्षेत्र में बसता है, उसकी पूरी तरह से उपेक्षा इस बजट में की गई है।'
शिवराज ने कहा - बजट नए भारत के निर्माण में क्रांतिकारी कदम
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा- बजट नए भारत के निर्माण में क्रांतिकारी कदम है। बजट में जो भी बातें कहीं गई हैं वो भारत को जोड़ने वाली हैं। इस बजट में किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करने का लक्ष्य है। ये निर्यात बढ़ाने वाला बजट है। बजट में हर वर्ग का ध्यान रखा गया है। बजट से भारत के विकास का बजट है।
किसान को केंद्रित और समर्पित बजट-गोपाल भार्गव
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा है कि किसानों की आय दोगुनी करना मोदी सरकार का लक्ष्य है। 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो इसके लिए 16 सूत्रीय एक्शन प्लान कारगर सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि बजट में 2.83 लाख करोड़ रुपए कृषि से जुड़ी गतिविधियों, सिंचाई और ग्रामीण विकास पर खर्च के लिए रखना यह दर्शाता है कि यह बजट किसानों को समर्पित बजट है। कुल बजट में कृषि और सिंचाई के लिए 1.2 लाख करोड़ रुपये की राशि शामिल है। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए 15 लाख करोड़ कृषि लोन का लक्ष्य रखकर किसानों की चिंता की है। यह बजट किसान को केंद्रित और समर्पित बजट है।